आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे के बाद केंद्र ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडओ) प्रमुख समीर वी. कामत का कार्यकाल सोमवार को एक साल के लिए बढ़ा दिया। आदेश में कहा गया है कि विख्यात वैज्ञानिक कामत को 25 अगस्त, 2022 को रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग (डीडीआर एंड डी) का सचिव और डीआरडीओ अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने डीडीआरएंडडी सचिव और डीआरडीओ अध्यक्ष के रूप में कामत की सेवा को 1 जून, 2024 से 31 मई, 2025 तक एक साल के लिए या अगले आदेश तक बढ़ाने की मंजूरी दे दी है। सरकारी आदेश के मुताबिक, यह विस्तार 1 वर्ष यानी 1 जून 2024 से 31 मई 2025 या अगले आदेश तक मान्य है।
क्या है वजह?
सरकार रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) को और बेहतर बनाने के लिए बनाए गए नौ सदस्यों वाली समिति की सलाह लागू करने जा रही है। ये समिति पिछले साल बनी थी, इसकी अगुवाई सरकार के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार डॉ. के विजयराघवन ने की थी। जनवरी 2024 में इस समिति ने DRDO को और तेज और कारगर बनाने के लिए अपनी सिफारिशें दीं। अब सरकार डॉ. विजयराघवन की समिति की सलाह पर काम करने के लिए एक और आंतरिक समिति बना रही है। इस नई समिति की अध्यक्षता डॉ. कामत कर रहे हैं। सरकारी रिपोर्ट में बताया गया था कि DRDO की कई महत्वपूर्ण सैन्य परियोजनाओं में परेशानियां रहीं। इनमें समय और पैसा ज्यादा लग जाना, बीच में ही रुक जाना, और जरूरी लक्ष्य हासिल न होने के बावजूद उन्हें सफल बता देना जैसी समस्याएं शामिल थीं। ये रिपोर्ट 2022 की है।
आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे का सेवा विस्तार
इससे पहले 26 मई को मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने थल सेनाध्यक्ष (सीओएएस) जनरल मनोज सी. पांडे, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम, एडीसी को एक महीने का सेवा विस्तार दिया था। जनरल मनोज पांडे 31 मई, 2024 को सेवानिवृत होने वाले थे। उन्हें सेना की नियमावली 1954 के नियम 16 ए (4) के तहत सामान्य आयु से अधिक एक और महीने की अवधि यानी 30 जून, 2024 तक के लिए सेवा विस्तार को मंजूरी दे दी गई। जनरल पांडे को 30 अप्रैल, 2022 को चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ (सीओएएस) के रूप में नियुक्त किया गया था। उन्हें दिसंबर 1982 में इंजीनियरों की कोर (बॉम्बे सैपर्स) में कमीशन दिया गया था। सीओएएस के रूप में कार्यभार संभालने से पहले वह थलसेना के उप प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके थे।