देशभर में भीषण गर्मी का कहर जारी है। ग्वालियर में भी तपती गर्मी का असर देखने को मिल रहा है। भयंकर गर्मी का सिस्टम पर भी असर देखने को मिल रहा है। ग्वालियर का तापमान 47 डिग्री के आस-पास पहुंच गया है। भीषण गर्मी से लोगों को राहत देने के लिए सिस्टम के नियमों में भी कुछ बदलाव किया गया है। इतना ही नहीं गर्मी का असर अब इंसानों के साथ-साथ मशीनों पर भी देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि अब मशीनों के लिए भी गर्मी से बचने का इंतजाम किया जा रहा है।
दरअसल, ग्वालियर जिले में गर्मी के सितम का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। जो लोग घर से बाहर निकल भी रहे हैं वे अपने शरीर को ढ़क कर ही बाहर निकल रहे हैं। वहीं लोगों की परेशानियों को देखते हुए ग्वालियर के ट्रैफिक नियमों में बदलाव किया गया है। अब दोपहर 12:00 से 5:00 बजे तक ग्वालियर के करीब 26 ऐसे ट्रैफिक सिग्नल जहां लाल बत्ती को बंद कर दिया गया है। तपती गर्मी में यह ग्वालियर के लोगों के लिए राहत भरी खबर है। अब लोगों को इस भीषण गर्मी में ट्रैफिक सिग्नल पर खड़े होकर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
स्वास्थ्य विभाग भी ग्वालियर में बढ़ रहे तापमान को लेकर चिंतित है। जिला प्रशासन भी पूरी तरह से लोगों की फिक्र कर रहा है। यही कारण है कि ग्वालियर में पहली बार गर्मी के मौसम में बढ़ते हुए तापमान को देखते हुए ब्लू हिट वार्ड बनाए गए हैं, जो शहरी क्षेत्र के तीन शासकीय अस्पतालों में और ग्रामीण क्षेत्र के तीन शासकीय अस्पतालों में संचालित हो रहे हैं। इन लू हीट वेव वार्ड में दो बिस्तर मरीजों के लिए मौजूद हैं, ताकि यदि राह चलते लोगों को भी कोई परेशानी महसूस हो तो वे सीधे अस्पताल में जाकर अपनी परेशानी बता सकते हैं। इसके अलावा इसमें ठंडे पानी और लू से बचने के लिए कई उपाय किए गए हैं। साथ ही 24 घंटे इन वार्ड के लिए डॉक्टर भी उपलब्ध रहेंगे।